Tuesday, May 1, 2018

पैसे की तंगी के चलते मदरसे में पढ़ने को मजबूर थे शाहिद, अब पास की UPSC परीक्षा

मदरसे में ही पढ़ाने वाले टी शाहिद ने साबित कर दिया है कि मदरसों से सिविल सर्वेंट भी बनते हैं। उन्होंने कहा कि वह समाज को बताना चाहते थे कि मदरसे आतंकियों की पनाहगार नहीं हैं।

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