Reliefs For Car Buyer, Maruti Will Not Increase Price Of Its Cars – कार खरीदने वालों के लिए खुशखबरी, अपने वाहनों की कीमतें नहीं बढ़ाएगी मारुति
पिछले वित्त वर्ष के दौरान स्टील, एल्युमीनियम एवं कुछ अन्य उत्पादों के दाम में बढ़ोतरी होने के बावजूद देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी फिलहाल अपने मोटर वाहनों के दाम नहीं बढ़ाएगी।
मारुति के अध्यक्ष आरसी भार्गव ने शुक्रवार को यहां वर्ष 2017-18 के वित्तीय नतीजे जारी करने के दौरान बताया कि इस दौरान स्टील, एल्युमीनियम एवं कुछ अन्य इनपुट के मद में कंपनी पर करीब 700 करोड़ रुपये का भार पड़ा। लेकिन फिलहाल कंपनी अपने कारों के दाम नहीं बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि हम तब तक अपने कार की कीमतें नहीं बढ़ाते हैं, जब तक इसे सहन कर सकते हैं। जब यह सहन करने की क्षमता से बाहर हो जाएगी, तक हम इस बारे में सोचेंगे।
ग्रामीण बाजार की बढ़ी हिस्सेदारी
उन्होंने बताया कि लगातार दो साल से बेहतर मानसून ने ग्रामीण बाजार में कंपनी की पकड़ मजबूत हुई है। बीते साल उनके कारोबार में ग्रामीण बाजार की हिस्सेदारी बढ़कर 36 फीसदी हो गई है, जो एक साल पहले के मुकाबले दो फीसदी ज्यादा है। आलोच्य अवधि के दौरान कंपनी ने छह लाख से अधिक कार ग्रामीण बाजारों में बेचा। उनके मुताबिक, कारों का ग्रामीण बाजार 15 फीसदी बढ़ा है।
शुद्ध लाभ 5.1 फीसदी बढ़ा
उन्होंने बताया कि वर्ष 2017-18 के दौरान कंपनी ने 17,79,574 कारें बेची, जो 13.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्शाती है। आलोच्य वर्ष के दौरान कंपनी की शुद्ध बिक्री 78,104 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले के मुकाबले 16.7 फीसदी अधिक है। इस दौरान कंपनी का परिचालन लाभ 9,303 करोड़ रुपये, जबकि शुद्ध लाभ 7,722 करोड़ रुपये रहा। पिछले वर्ष से तुलना करें तो इस वर्ष शुद्ध लाभ में 5.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
शेयरधारकों को 80 रुपये का लाभांश
वर्ष 2018-18 के लिए शेयरधारकों को कंपनी ने 80 रुपये प्रति शेयर का लाभांश देने की घोषणा की है। भार्गव ने बताया कि इससे एक साल पहले प्रति शेयर 75 रुपये का लाभांश दिया गया था।
पिछले वित्त वर्ष के दौरान स्टील, एल्युमीनियम एवं कुछ अन्य उत्पादों के दाम में बढ़ोतरी होने के बावजूद देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी फिलहाल अपने मोटर वाहनों के दाम नहीं बढ़ाएगी।
मारुति के अध्यक्ष आरसी भार्गव ने शुक्रवार को यहां वर्ष 2017-18 के वित्तीय नतीजे जारी करने के दौरान बताया कि इस दौरान स्टील, एल्युमीनियम एवं कुछ अन्य इनपुट के मद में कंपनी पर करीब 700 करोड़ रुपये का भार पड़ा। लेकिन फिलहाल कंपनी अपने कारों के दाम नहीं बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि हम तब तक अपने कार की कीमतें नहीं बढ़ाते हैं, जब तक इसे सहन कर सकते हैं। जब यह सहन करने की क्षमता से बाहर हो जाएगी, तक हम इस बारे में सोचेंगे।
ग्रामीण बाजार की बढ़ी हिस्सेदारी
उन्होंने बताया कि लगातार दो साल से बेहतर मानसून ने ग्रामीण बाजार में कंपनी की पकड़ मजबूत हुई है। बीते साल उनके कारोबार में ग्रामीण बाजार की हिस्सेदारी बढ़कर 36 फीसदी हो गई है, जो एक साल पहले के मुकाबले दो फीसदी ज्यादा है। आलोच्य अवधि के दौरान कंपनी ने छह लाख से अधिक कार ग्रामीण बाजारों में बेचा। उनके मुताबिक, कारों का ग्रामीण बाजार 15 फीसदी बढ़ा है।
शुद्ध लाभ 5.1 फीसदी बढ़ा
उन्होंने बताया कि वर्ष 2017-18 के दौरान कंपनी ने 17,79,574 कारें बेची, जो 13.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्शाती है। आलोच्य वर्ष के दौरान कंपनी की शुद्ध बिक्री 78,104 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले के मुकाबले 16.7 फीसदी अधिक है। इस दौरान कंपनी का परिचालन लाभ 9,303 करोड़ रुपये, जबकि शुद्ध लाभ 7,722 करोड़ रुपये रहा। पिछले वर्ष से तुलना करें तो इस वर्ष शुद्ध लाभ में 5.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
शेयरधारकों को 80 रुपये का लाभांश
वर्ष 2018-18 के लिए शेयरधारकों को कंपनी ने 80 रुपये प्रति शेयर का लाभांश देने की घोषणा की है। भार्गव ने बताया कि इससे एक साल पहले प्रति शेयर 75 रुपये का लाभांश दिया गया था।